All Chepters Acupressure of
एक्यूप्रेशर क्या है? What Is Acupressure
एक्यूप्रेशर की जड़ें प्राचीन चीन में लगभग 5000 साल पहले पाई जाती हैं। वहाँ की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली में इसे “जिन लुओ” (Meridians) पर आधारित माना गया है। ये मेरिडियन शरीर में ऊर्जा के संचार के मार्ग होते हैं। भारत में भी आयुर्वेद और योग में नाड़ी तंत्र और प्राण ऊर्जा की बात की जाती है, जो एक्यूप्रेशर की अवधारणा से मेल खाती है।20वीं सदी में पश्चिमी देशों में पहचान,अब WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) भी इसको मान्यता देता है
जब शरीर के किसी अंग में असंतुलन होता है, तो संबंधित एक्यूप्रेशर बिंदु सक्रिय हो जाते हैं। उस बिंदु पर उचित दबाव डालने से:
संबंधित अंग को ऑक्सीजन और पोषण की आपूर्ति बेहतर होती है
सूजन और दर्द में राहत मिलती है
तनाव में कमी आती है
शरीर खुद को स्वतः ही ठीक करने लगता है
एक्यूप्रेशर के प्रमुख बिंदु (Major Acupressure Points)
1. LI4 (Hegu Point) – हाथ का अंगूठे और तर्जनी के बीच
उपयोग: सिर दर्द, तनाव, दांत दर्द
2. PC6 (Nei Guan) – कलाई के अंदर
उपयोग: मतली, उल्टी, चक्कर
3. ST36 (Zusanli) – घुटने के नीचे टांग पर
उपयोग: पाचन, इम्यून सिस्टम
4. GV20 (Baihui) – सिर के ऊपरी भाग में
उपयोग: एकाग्रता, चिंता, अवसाद
5. SP6 (Sanyinjiao) – टांग की भीतरी ओर
उपयोग: मासिक धर्म, प्रजनन स्वास्थ्य
एक्यूप्रेशर के लाभ (Benefits of Acupressure)
1.शारीरिक लाभ:
सिरदर्द, माइग्रेन से राहत
पीठ दर्द, जोड़ों का दर्द
हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज़ में सहायक
पाचन सुधार
2. मानसिक लाभ:
तनाव और चिंता में कमी
अनिद्रा का इलाज
अवसाद और क्रोध नियंत्रण
3. सौंदर्य में लाभ:
चेहरे की चमक में वृद्धि
बालों की वृद्धि में मदद
आंखों की रोशनी में सुधार
सावधानियाँ (Precautions)
गर्भवती महिलाओं को कुछ बिंदुओं से बचना चाहिए।
अधिक दबाव न डालें – यह नुकसानदायक हो सकता है।
गंभीर बीमारी में डॉक्टर या प्रमाणित एक्यूप्रेशर विशेषज्ञ से सलाह लें।
संक्रमण या खुली चोट पर दबाव न दें।
एक्यूप्रेशर चप्पल – पैरों के रिफ्लेक्स पॉइंट्स को सक्रिय करती है
एक्यूप्रेशर रोलर – हाथों और पैरों पर रोलिंग से ऊर्जा प्रवाह बढ़ता है
बेल्ट – कमर और पीठ के दर्द में उपयोगी
स्पाइक मैट – पूरे शरीर के लिए
आज एक्यूप्रेशर को:
स्पा थेरेपी
फिजियोथेरेपी
मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सा
स्किन और हेयर थेरेपी
में शामिल किया जा रहा है। मोबाइल ऐप्स और स्मार्ट वियरेबल्स भी इस पद्धति को अपना रहे हैं।
दिन में 1-2 बार, एक सत्र में 5-15 मिनट पर्याप्त है।
❓ क्या इससे कोई साइड इफेक्ट होता है?
अगर सही तकनीक और दबाव से किया जाए तो नहीं। लेकिन अधिक दबाव नुकसानदायक हो सकता है।
❓ क्या बच्चे या बुजुर्ग इसका उपयोग कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन सौम्य दबाव और विशेषज्ञ की सलाह से।
एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स की जानकारी |Information About Acupressure Point
भूमिका (Introduction)
प्राकृतिक चिकित्सा में एक्यूप्रेशर का एक प्रमुख स्थान है। यह बिना किसी दवा या सर्जरी के, शरीर के कुछ विशिष्ट बिंदुओं पर दबाव डालकर उपचार करता है। ये बिंदु Acupressure Points कहलाते हैं। शरीर में ऐसे सैकड़ों बिंदु होते हैं, जो विभिन्न अंगों से संबंधित होते हैं। सही बिंदु पर उचित दबाव देने से हम अनेक रोगों से छुटकारा पा सकते हैं।
एक्यूप्रेशर पॉइंट्स क्या होते हैं? What Are Acupressure Points?
एक्यूप्रेशर पॉइंट्स शरीर के ऐसे स्थान होते हैं, जहाँ ऊर्जा का संचार केंद्रित होता है। इन्हें “प्रेशर पॉइंट्स” या “चिकित्सकीय बिंदु” भी कहते हैं। इन बिंदुओं को उत्तेजित करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और कई रोगों से राहत मिलती है।
ये बिंदु मुख्यतः
1. हथेलियों
2. पैरों
3.पीठ
4. गर्दन
5. सिर
6. कान
7. चेहरा
में पाए जाते हैं।
एक्यूप्रेशर पॉइंट्स के प्रकार (Types of Acupressure Points)
1. रिफ्लेक्सोलॉजी प्वाइंट्स (Reflexology Points):
पैरों और हाथों में पाए जाने वाले बिंदु जो शरीर के अंगों से जुड़े होते हैं।
2. मेरिडियन प्वाइंट्स (Meridian Points):
जिनसे ऊर्जा का प्रवाह होता है – इन्हें चीनी चिकित्सा में “Qi” के रास्ते कहा जाता है।
3. ट्रिगर प्वाइंट्स (Trigger Points):
स्नायु तंत्र से संबंधित, दर्द और तनाव से जुड़ी समस्याओं में उपयोगी।
प्रमुख एक्यूप्रेशर बिंदुओं की जानकारी (Major Acupressure Points in Detail)
–>1. LI4 (हिगू पॉइंट) – हाथ में अंगूठे और तर्जनी के बीच
स्थान: हथेली की पीठ पर, अंगूठे और तर्जनी के बीच।
लाभ: सिरदर्द, दांत दर्द, तनाव, सर्दी-खांसी में लाभदायक।
कैसे दबाएं: अंगूठे और तर्जनी से 2-3 मिनट तक हल्का दबाव दें।
-> 2. PC6 (नेई गुआन) – कलाई के अंदर
स्थान: हथेली की कलाई से 2 अंगुल नीचे।
लाभ: उल्टी, चक्कर, हार्टबर्न, घबराहट में राहत।
कैसे दबाएं: तीन उंगलियों से दबाएं, एक बार में 3-4 मिनट।
3. ST36 (ज़ू सन ली) – घुटने के नीचे
स्थान: घुटने के नीचे, टांग के बाहरी हिस्से में।
लाभ: पाचन शक्ति, थकान, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक।
कैसे दबाएं: बैठकर अंगूठे से दबाव डालें, रोजाना 5 मिनट।
4. GV20 (बाईहुई) – सिर के ऊपर
स्थान: सिर के मध्य, कानों की सीध में ऊपरी भाग पर।
लाभ: एकाग्रता, तनाव, अवसाद, अनिद्रा में लाभ।
कैसे दबाएं: उंगलियों से हल्का रोटेशन करके दबाव दें।
5. SP6 (सान यिन जिआओ) – टांग की अंदरूनी ओर
स्थान: टखने की हड्डी से लगभग 4 अंगुल ऊपर, अंदर की ओर।
लाभ: मासिक धर्म, प्रजनन स्वास्थ्य, नींद में सहायक।
कैसे दबाएं: दोनों पैरों पर एक-एक कर के 3-5 मिनट तक दबाएं।
6. LV3 (ताई चोंग) – पैर के ऊपर
स्थान: पैर की पहली और दूसरी अंगुलियों के जोड़ के ऊपर।
लाभ: लीवर डिसऑर्डर, गुस्सा, सिर दर्द, आंखों की थकान में उपयोगी।
कैसे दबाएं: अंगूठे से गोलाकार दबाव दें, 2-4 मिनट तक।
7. K1 (योंगचुआन) – पैर के तलवे पर
स्थान: पैर के तलवे के आगे के हिस्से में।
लाभ: तनाव, चिंता, थकान, ब्लड प्रेशर कंट्रोल।
कैसे दबाएं: सोते समय हल्के से मसाज करें।
8. GB20 (फेंग ची) – गर्दन के पीछे
स्थान: खोपड़ी के नीचे, गर्दन और कान के बीच।
लाभ: माइग्रेन, गर्दन का दर्द, चक्कर।
कैसे दबाएं: बैठ कर दोनों हाथों से हल्का दबाव दें।
9. B2 (जिंग मिंग) – आंखों के पास
स्थान: आंखों के भीतरी कोनों के पास।
लाभ: आंखों की रोशनी, थकान, आंखों की सूजन।
कैसे दबाएं: हल्का रोटेशन करके दबाव दें, 1-2 मिनट10. HT7 (शेन मेन) – कलाई के पास
स्थान: कलाई की भीतरी तरफ, छोटी अंगुली के नीचे।
लाभ: मानसिक तनाव, अनिद्रा, चिंता।
कैसे दबाएं: रात को सोने से पहले दबाना लाभकारी।
विशेष क्षेत्र अनुसार पॉइंट्स (Points Based on Body Areas)
सिरदर्द और माइग्रेन के लिए:
LI4 (हाथ)
GV20 (सिर)
GB20 (गर्दन)
नींद और तनाव के लिए:
HT7 (कलाई)
PC6 (कलाई)
K1 (पैर के तलवे)
पाचन सुधारने के लिए:
ST36 (घुटने के नीचे)
CV12 (नाभि के ऊपर)
SP6 (पैर)
त्वचा और चेहरे की चमक के लिए:
B2 (आंखों के पास)
ST3 (गाल)
LI4 (हाथ)
वजन घटाने के लिए:
ST36, SP6, LI11 (कोहनी)
Auricular Points (कान पर)
एक्यूप्रेशर कैसे करें? (How to Apply Acupressure?)
स्थान पहचानें: सही बिंदु को खोजें।
हाथ या टूल का प्रयोग करें: उंगलियों, अंगूठे या एक्यूप्रेशर टूल का उपयोग करें।
दबाव का समय: हर बिंदु पर 1-5 मिनट तक दबाव दें।
गोलाकार गति: कुछ पॉइंट्स पर हल्का घुमावदार दबाव कारगर होता है।
दैनिक उपयोग: नियमित रूप से करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं।
सावधानियाँ (Precautions)
गर्भवती महिलाओं को कुछ बिंदु नहीं दबाने चाहिए (जैसे SP6)।
बहुत अधिक दबाव न दें।
यदि दर्द या चक्कर आए तो तुरंत रोक दें।
बच्चों पर हल्का दबाव देना चाहिए।
उच्च रक्तचाप, हृदय रोगियों को विशेषज्ञ से परामर्श लेकर ही करें।
एक्यूप्रेशर टूल्स (Useful Tools)
एक्यूप्रेशर रोलर (हाथ और पैरों के लिए)
एक्यूप्रेशर चप्पल (पैरों के लिए)
मैग्नेट पॉइंट स्टिक
बेल्ट और कंबल टाइप मसाजर
एक्यूप्रेशर के फायदे | benefits of acupressure
1. तनाव और चिंता से राहत
कैसे लाभकारी है: शरीर के HT7, PC6, और K1 पॉइंट्स पर दबाव देने से मस्तिष्क में सेरोटोनिन और डोपामिन जैसे “हैप्पी हार्मोन” स्रावित होते हैं।
लाभ: मूड बेहतर होता है, तनाव कम होता है, नींद बेहतर आती है।
2. अनिद्रा से छुटकारा
कैसे: एक्यूप्रेशर नींद से जुड़े बिंदुओं (जैसे: K1, HT7) को सक्रिय करता है।
परिणाम: गहरी और शांत नींद, नींद में बार-बार टूटने की समस्या में राहत।
3. सिरदर्द और माइग्रेन में लाभ
पॉइंट्स: LI4 (हाथ), GB20 (गर्दन), GV20 (सिर)
लाभ: सिरदर्द की तीव्रता और आवृत्ति में कमी।
4. थकान और कमजोरी दूर करता है
कैसे: ST36 पॉइंट पर दबाव से शरीर की ऊर्जा प्रणाली सक्रिय होती है।
लाभ: दिनभर ऊर्जावान महसूस होता है, चिड़चिड़ापन कम होता है।
5. पाचन क्रिया को सुधारता है
पॉइंट्स: ST36, CV12, SP6
लाभ: गैस, अपच, कब्ज, एसिडिटी में तुरंत राहत।
रोगों में एक्यूप्रेशर का उपयोग (Therapeutic Benefits)
1. सर्दी-खांसी
पॉइंट्स: LI20 (नाक के पास), LU7 (कलाई)
लाभ: बलगम साफ होता है, नाक खुलती है, सांस लेने में आसानी होती है।
2. हाई ब्लड प्रेशर
पॉइंट्स: LI11, GB20, K1
लाभ: रक्तचाप को सामान्य करता है, दवा की मात्रा घटाई जा सकती है।
3 मोटापा और वजन घटाने में सहायक
पॉइंट्स: ST36, SP6, Ear Points
लाभ: भूख नियंत्रण, मेटाबोलिज्म तेज़ होता है, फैट घटता है।
4. मासिक धर्म संबंधी समस्याएँ
पॉइंट्स: SP6, LV3, CV4
लाभ: पीरियड्स की अनियमितता, दर्द, थकावट में आराम।
5.बच्चों की बीमारियाँ
बच्चों को सर्दी, बुखार, पेट दर्द में एक्यूप्रेशर से जल्दी राहत मिलती है। हल्का दबाव दिया जाना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य में एक्यूप्रेशर के फायदे
डिप्रेशन में राहत
घबराहट कम होती है
स्मृति और ध्यान क्षमता में सुधार
पढ़ाई में फोकस बढ़ता है
सौंदर्य में एक्यूप्रेशर के लाभ (Beauty Benefits)
त्वचा की चमक के लिए:
पॉइंट्स: LI4, ST3, GV26 (नाक के नीचे)
लाभ: रक्त प्रवाह बेहतर होता है, चेहरे पर चमक आती है।
मुहांसे और पिंपल्स:
पॉइंट्स: LI11, LI4
लाभ: त्वचा की गंदगी बाहर निकलती है, एक्ने में आराम।
आंखों की थकान:
पॉइंट्स: B2, GB1, Taiyang
लाभ: आंखों की रोशनी बेहतर होती है, डार्क सर्कल कम होते हैं।
एक्यूप्रेशर के अन्य फायदे (Other Notable Benefits)
उपयोग की विधि (How to Use Acupressure?)
सही पॉइंट पहचानें (शुरुआत में किसी विशेषज्ञ की सलाह लें)
अंगूठे/उंगलियों से हल्का दबाव दें
प्रत्येक बिंदु पर 2-5 मिनट दबाव देना चाहिए
दिन में 1-2 बार करें
गोलाकार गति से मालिश करें
सावधानियाँ Precautions
गर्भवती महिलाएं विशेष पॉइंट्स से बचें (जैसे SP6)
अत्यधिक दर्द होने पर तुरंत रोकें
बहुत अधिक दबाव से चोट भी लग सकती है
रक्तचाप या हृदय रोगियों को चिकित्सक से परामर्श आवश्यक
एक्यूप्रेशर की तुलना अन्य पद्धतियों से
चिकित्सा पद्धति | एक्यूप्रेशर |
---|---|
एलोपैथी | साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं |
आयुर्वेद | धीरे असर करता है |
होम्योपैथी | लंबे समय में असर करता है |
एक्यूप्रेशर | बिना दवा, तुरंत राहत |
निष्कर्ष (Conclusion)
एक्यूप्रेशर न केवल एक चिकित्सा पद्धति है, बल्कि यह एक जीवनशैली है जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलन में रखती है। इसके नियमित प्रयोग से हम दवाओं की निर्भरता को कम कर सकते हैं, और प्राकृतिक तरीके से स्वस्थ रह सकते हैं। यह विज्ञान और प्रकृति का अद्भुत संगम है जो हमें बिना किसी खर्चे, बिना किसी दुष्प्रभाव के आरोग्यता की ओर ले जाता है।
एक्यूप्रेशर पॉइंट क्यों ज़रूरी हैं? Why are acupressure points important?
आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में जब हर कोई मानसिक और शारीरिक तनाव से जूझ रहा है, ऐसे में बिना दवा के स्वास्थ्य सुधारने की विधियां लोगों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। एक्यूप्रेशर ऐसी ही एक प्राचीन और प्रभावी चिकित्सा पद्धति है, जो शरीर में मौजूद विशेष बिंदुओं पर दबाव डालकर अनेक रोगों से छुटकारा दिलाती है। लेकिन सवाल यह उठता है – ये एक्यूप्रेशर पॉइंट इतने ज़रूरी क्यों हैं?
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि एक्यूप्रेशर पॉइंट क्या हैं, ये कैसे काम करते हैं, और ये हमारे शरीर एवं स्वास्थ्य के लिए क्यों अनिवार्य हैं।
. प्राकृतिक उपचार का आधार
इन पॉइंट्स को दबाकर शरीर की ऊर्जा को संतुलित किया जाता है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसमें कोई दवा, इंजेक्शन या सर्जरी नहीं होती।
. बिना साइड इफेक्ट के उपचार
आधुनिक दवाओं के विपरीत, एक्यूप्रेशर के कोई नकारात्मक दुष्प्रभाव नहीं होते। यह एक सुरक्षित और प्रभावशाली चिकित्सा पद्धति है।
. स्वस्थ जीवनशैली का हिस्सा
इन पॉइंट्स को नियमित रूप से दबाने से न केवल बीमारियाँ दूर होती हैं, बल्कि आप ऊर्जावान, तनावमुक्त और मानसिक रूप से संतुलित रहते हैं।
. आसान और सुलभ
एक्यूप्रेशर पॉइंट्स सीखना और इस्तेमाल करना आसान है। आप इसे घर पर खुद भी कर सकते हैं या किसी विशेषज्ञ की मदद से।
एक्यूप्रेशर कैसे किया जाता है How acupressure is done
1. सही जगह (Acupressure Points) का चयन करें
शरीर में लगभग 365 एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते हैं, जो विभिन्न अंगों और तंत्रों से जुड़े होते हैं। इसलिए सबसे पहले यह जानना ज़रूरी है कि आप किस समस्या के लिए एक्यूप्रेशर कर रहे हैं।
उदाहरण:
सिरदर्द के लिए: LI4 (हाथ का अंगूठा और तर्जनी के बीच)
गैस के लिए: ST36 (घुटने के नीचे)
नींद के लिए: HT7 (कलाई की अंदरुनी रेखा)
2. सही समय का चयन करें
एक्यूप्रेशर करने के लिए दिन में 2 बार – सुबह और शाम का समय सर्वोत्तम माना जाता है। आप इसे नाश्ते से 1 घंटा पहले या रात को सोने से पहले कर सकते हैं।
3. शरीर को शांत और सहज स्थिति में रखें
एक्यूप्रेशर करते समय किसी शांत स्थान पर बैठें या लेटें। गहरी सांसें लें और मन को शांत रखें। इससे पॉइंट्स पर दबाव अधिक प्रभावी होता है।
4. दबाव कैसे दें? (How to Apply Pressure)
उंगलियों (विशेष रूप से अंगूठा) से गोल-गोल घूमते हुए दबाव दें।
एक पॉइंट पर कम से कम 1-2 मिनट तक दबाव दें।
दबाव मध्यम होना चाहिए – ना बहुत हल्का, ना अत्यधिक तेज़।
यदि हल्का दर्द महसूस हो तो यह सामान्य है, पर असहनीय दर्द हो तो पॉइंट बदलें।